उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के 17938 गांवों में से 17573 गांवों की 71320 महिलाओं को पानी की गुणबत्ता जांचने के लिए फील्ड टेस्टिंग किट उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है । उन्होंने बताया कि राज्य के 365 गांवों से किसी भी महिला को पीने के पानी की गुणबत्ता जांचने के लिए फील्ड टेस्टिंग किट उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित नहीं किया गया है। उन्होंने बताया की हिमाचल प्रदेश में पीने के पानी की गुनवत्ता के लिए राज्य स्तर पर एक प्रयोगशाला , जिला स्तर पर 14 प्रयोगशालाएँ , उपमण्डल स्तर पर 56 प्रयोगशालाएँ , तथा 5 मोबाइल बैन प्रयोगशालायें कार्यरत हैं तथा कुल 76 प्रयोगशालाओं में से 62 एन ए वी एल प्रमाणित प्रयोगशालाएँ हैं।
उन्होंने बताया की पुरे देश में बर्ष 2024 -25 के दौरान छह अगस्त 2024 तक 2163 प्रयोगशालाओं में 4,02,996 गांबो के 26,71,436 पीने के पानी के सैंपल टेस्ट किये गए जिसमे से 97,745 सैंपल दूषित पाए गए । उन्होंने बताया राज्यों में ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की गुणबत्ता को जांचने के लिए समुदायों के शशक्तिकरण के लिए हर गाँब से पांच ब्यक्तियों । महिलाओं को फील्ड टेस्टिंग किट के माध्यम में पीने के पानी की गुणबत्ता को जांचने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है और अभी तक देश में 24 . 61 लाख महिलाओं को फील्ड टेस्टिंग किट के माध्यम में पीने के पानी की गुणबत्ता को जांचने के लिए प्रशिक्षित किया गया है ।